
यदि आप सोच रहे हैं कि ‘Do electric bicycles need license’, तो इसका उत्तर इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस देश में रहते हैं, क्योंकि दुनिया भर में इलेक्ट्रिक बाइसिकल को मुख्यतः तीन कानूनी वर्गों में बाँटा गया है और इस सन्दर्भ में हर देश का अपना नियम और कानून है। भारत में 250W पावर वाली मोटर और 25 किमी/घंटा से कम स्पीड वाली इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए लाइसेन्स की जरूरत नहीं होती है। इससे अधिक पॉवर और गति वाली इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए ड्राइविंग लाइसेन्स अनिवार्य है।
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विभिन्न देशों में इसके निर्माण, डिजाइन और संचालन के लिए अलग-अलग कानून और गाइडलाइन्स बनाई गई हैं। Do Electric Bicycles Need License ? यह जानने के लिए पहले आपको इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए बनाये गए कानूनी वर्गीकरण और कुछ महत्वपूर्ण नियमों को जानना अति आवश्यक है, जो लगभग सभी देशों में सामान हैं लेकिन स्थानीय क्षेत्र के हिसाब से थोड़े अलग हो सकते हैं। जो नीचे दिए हैं-
कानूनी वर्गीकरण (Legal Classification)
दुनिया भर में इलेक्ट्रिक बाइसिकल आमतौर ओर तीन मुख्य क्लास में बांटा गया है –

क्लास 1 (Class 1)
- इसमें पेडल अस्सिटेड होता है जो बिना पेडल मारे नहीं चलेगा।
- इसकी अधिकतम गति 25 किलीमीटर प्रति घंटे तक का होता है।
- इसे आमतौर पर साइकिल लेन और सार्वजनिक सड़कों पर अनुमति दी जाती है।
- यूरोप, भारत और कई अन्य देशों में यह सबसे आम प्रकार है।

क्लास 2 (Class 2)
- इसमें थ्रोटल होता है जो बिना पेडल मारे भी चलाया जा सकता है।
- इसकी गति भी 25 km/h होती है।
- कई देशों में इसे मोटर चालित वहां की श्रेणी में रखा गया है और इसमें लाइसेंस की जरुरत होती है।

क्लास 3 (Class 3)
- यह हाई स्पीड इलेक्ट्रिक बाइसिकल होती है जिसकी गति 45 किमी/घंटा तक हो सकती है।
- इसमें पेडल असिस्टेड तो होता ही है लेकिन कई मॉडलों में थ्रोटल भी दिया जाता है।
- कई देशों में इसे स्कूटर या हल्के मोटर वाहन की श्रेणी में रखा जाता है और इसमें हेलमेट और लाइसेंस अनिवार्य है।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहन नियम (Electric Vehicle Rules in India)
भारत की बात करें तो इलेक्ट्रिक बाइसिकल को सड़क परिवहन और राज मार्ग मंत्रालय और भारतीय औटोमोबाइल अनुसंधान प्राधिकरण द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार मोटर पॉवर और स्पीड के आधार पर दो मुख्य श्रेणियों मे बाँटा गया है जो इस प्रकार है –

(A) गैर- रजिस्ट्रेबल ई-बाइक (Non-Registrable E-Bike)
- 250 वाट (250 w) या उससे कम पॉवर की मोटर
- अधिकतम गति 25 किमी/घंटा तक
- पैडल असिस्ट वाला सिस्टम हो सकता है।
- इन्हे साइकिल की तरह चलाया जा सकता है।
✅ अगर कोई इलेक्ट्रिक बाइसिकल इन मानकों को पूरा करता है तो उसे लाइसेन्स , रजिस्ट्रेशन और बीमा की आवश्यकता नहीं होगी।

(B) रजिस्ट्रेबल ई - बाइक (Registrable E-Bike)
- 250 w से अधिक मोटर पॉवर (e.g. 500 w , 1000 w या अधिक )
- 25 किमी/घंटा से अधिक गति (e. g.40-60 km/h )
- थ्राटल सिस्टम वाली इलेक्ट्रिक बाइसिकल
✅ दमदार मोटर होने की वजह से इन बाइसिकल को मोटर वाहन अधिनियम, 1988 (motor vehicles act,1988 )के तहत मोटर चालित दोपहिया वाहन माना जाता है।
क्या भारत में नाबालिग इलेक्ट्रिक साइकिल चला सकता है? (Can Minor Drive an Electric Cycle in India)
जैसा की हमने पहले देखा की इलेक्ट्रिक बाइसिकल की दो श्रेणियां होती है जिसके अनुसार नाबालिक केलिए भी कुछ नियम तय किए गए हैं-

(A) गैर-रजिस्ट्रेबल इलेक्ट्रिक साइकिल (Non-Registrable Electric Bicycle)
चूकि इन साइकिलों के लिए लाइसेन्स की आवश्यकता नहीं होती,इसलिए नाबालिक (18 वर्ष से कम के व्यक्ति) इन्हें चल सकते हैं।
(B) रजिस्ट्रेबल इलेक्ट्रिक साइकिल (Registrable Electric Bicycle)
इन साइकिलों के लिए ड्राइविंग लाइसेन्स आवश्यकता होता है , जो केवल 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति के लिए जारी होता है । इसलिए नाबालिक इसे नहीं चल सकते ।
✅ सुरक्षा के हिसाब से यहाँ ध्यान देने वाली बात यह है की चाहे कानूनी रूप से अनिवार्य हो या न हो , लेकिन सुरक्षा के लिए हेलमेट का इस्तेमाल करना और यातायात संकेतों ,नियमों का पालन करना महत्वपूर्ण है ।
क्या इलेक्ट्रिक साइकिल का रजिस्ट्रेशन आवश्यक है? (Do Electric Bicycles Require registration)

क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय द्वारा सभी इलेक्ट्रिक वाहनों को RTO मे पंजीकृत करना अनिवार्य है लेकिन कम गति और कम मोटर पॉवर वाली इलेक्ट्रिक बाइसिकल जो गैर-रजिस्ट्रेबल इलेक्ट्रिक साइकिल (Non-Registrable Electric Bicycle) की श्रेणी मे आती है , वे पंजीकरण से मुक्त हैं ।
क्या इलेक्ट्रिक साइकिल के लिए बीमा आवश्यक है? (Do Electric Bicycles Need Insurance)

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) के लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) द्वारा निर्धारित नियम के अनुसार सभी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए वैध बीमा पॉलिसी अनिवार्य है। जो थर्ड पार्टी के द्वारा किया जाता है , चाहे वो पंजीकरण के अधीन हो या न हो।
क्या 2025 मे इलेक्ट्रिक साइकिल खरीदना फायदेमंद है? (Are Electric Cycles Worth It in 2025)
इलेक्ट्रिक साइकिलें जिन्हे ई-बाइक भी कहा जाता है आधुनिक परिवहन के लिए एक उभरता हुआ विकल्प है । जिसमे पारंपरिक साइकिलों मे मोटर लगा दी जाती है जो बैटरी से ऑपरैट होती है ,जिससे पेडल मरने मे आसानी होती है और लंबा सफर करना आरामदायक होता है । कुछ वर्षों से भारत मे इलेक्ट्रिक साइकिलों की लोकप्रियता बढ़ी है , जहां धीरे धीरे लोग इनके फ़ायदों को पहचान रहे हैं और पसंद भी कर रहे हैं ।

इलेक्ट्रिक साइकिलों के प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं –
- संरक्षित पर्यावरण :- पूरी तरह से बैटरी ओपेरटेड होने के कारण इसकी निर्भरता पारंपरिक ईंधन पर कम होती है , जिससे वायु प्रदूषण कम होता है ।
- बचत :- बैटरी चार्ज करने मे खर्च कम आता है जो पेट्रोल या डीजल की तुलना मे काफी कम है और इससे लंबे समय तक बचत होती है ।
- स्वास्थ्य लाभ :- साइकिल चलना हमेशा से ही एक अच्छे व्यायाम के लिए लोकप्रिय रहा है जिसमे पूरे शरीर की कसरत हो जाती है । स्वास्थ्य सुधार के लिए ये बहुत उपयोगी है ।
- आसान संचालन :- इलेक्ट्रिक साइकिल बाकी दोपहिया वाहनों की अपेक्षा हल्की होती है जिसे संभालना आसान होता है । साथ ही यह सभी उम्र के लोगों के लिए उपयुक्त है ।
- कानूनी सरलता :- इन साइकिलों की सबसे अच्छी बात यह है की 25 किमी/घंटा तक की गति वाली और 250W तक की मोटर पावर वाली इलेक्ट्रिक साइकिलों के लिए लाइसेंस या रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होती जिससे कोई भी व्यक्ति बिना अतिरिक्त झंझट के इन्हे चल सकता है ।
निष्कर्ष (conclusion)

“Do electric bicycles need license” का उत्तर पूरी तरह से इलेक्ट्रिक बाइसिकल के मोटर की पॉवर, उसकी स्पीड और स्थानीय कानूनी नियमों पर निर्भर करता है। 250 W तक की मोटर और 25 किमी/घंटा तक की स्पीड वाली ई-बाइसिकल के लिए भारत मे तो लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा की जरूरत नहीं होती। लेकिन इससे अधिक पॉवर की मोटर और स्पीड वाली ई-बाइसिकल के लिए ड्राइविंग लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा अनिवार्य है। नाबालिग गैर-रजिस्ट्रेशन ई-बाइसिकल आराम से चला सकते हैं, लेकिन ये समझना जरूरी है की लाइसेन्स या रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता हो चाहे न हो, सुरक्षा की दृष्टि से हेलमेट पहनना और ट्रैफिक नियमों का पालन करना हमेशा जरूरी होता है।
✅ अगर आप बिना किसी रोक-टोक और बिना किसी कानून का पालन किए इलेक्ट्रिक बाइसिकल चलना चाहते हैं तो कम स्पीड और कम पॉवर वाली ई-बाइसिकल आपके लिए एक अच्छा विकल्प है, क्योंकि भविष्य इलेक्ट्रिक वाहन ही है।
FAQ
क्या बिना पैडल वाली इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए लाइसेंस जरूरी है?
हाँ, अगर आपकी इलेक्ट्रिक बाइसिकल बिना पेडल असिस्ट के केवल थ्राटल पर चलती है तो बेशक आपको लाइसेन्स की जरूरत होगी ही। वरना आप कानूनी झंझटों का सामना करना पड़ सकता है।
भारत में इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए लाइसेंस की क्या शर्तें हैं?
अगर आपकी इलेक्ट्रिक बाइसिकल कम पॉवर और कम स्पीड वाली है तो आपको बाइसिकल के लिए लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा की आवश्यकता नहीं है, पर अगर आपकी बाइसिकल हाई स्पीड और हाई पॉवर वाली है तो ड्राइविंग लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा अनिवार्य है । इसलिए ई बाइसिकल लेने से पहले उसके विवरण और सरकारी नियमों को अच्छी तरह समझना जरूरी है।
इलेक्ट्रिक बाइसिकल और इलेक्ट्रिक स्कूटर के लाइसेंस नियमों में क्या अंतर है?
250W और 25 किमी/घंटे से कम की स्पीड वाली ई बाइसिकल को लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा की जरूरत नहीं होती, लेकिन सुरक्षा के लिए बीमा करना फायदेमंद रहेगा । गैर-रजिस्ट्रेशन श्रेणी मे आने वाली ई-बाइसिकल मे नंबर प्लेट की जरूरत नहीं होती, साथ ही किसी भी उम्र का व्यक्ति इसे चल सकता है, जबकि इलेक्ट्रिक स्कूटर मे RTO से रजिस्ट्रेशन करना, थर्ड पार्टी से बीमा करना और लाइसेन्स की जरूरत होती है, चाहे उसकी स्पीड कम हो या ज्यादा। साथ ही इलेक्ट्रिक स्कूटर मे ग्रीन नंबर प्लेट की आवश्यकता होती है और इसे चलाने के लिए आपकी उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए।
क्या सभी देशों में इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लिए लाइसेंस नियम समान हैं?
नहीं, सभी देशों मे इलेक्ट्रिक बाइसिकल के लाइसेन्स नियम एक जैसे नहीं हैं। हर देश के यातायात नियम और मोटर वहन नियम अलग अलग होते हैं, जिससे उनके लाइसेन्स और रजिस्ट्रेशन के शर्तों मे भी अंतर होता है। किसी भी देश मे ई-बाइसिकल खरीदने या चलाने से पहले स्थानीय यातायात कानून और नियमों की जांच कर लेनी चाहिए।