Does electric vehicle need license in India?(क्या भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है?)

Does electric vehicle need license in India

इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती लोकप्रियता और कानूनी आवश्यकताएं

भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) का बाजार कुछ वर्षों से काफी बढ़ गया है और लोगों मे इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है। पर्यावरण के अनुकूल, किफायती और कम मेंटेनेंस वाला होने के कारण लोग इसे भविष्य का विकल्प मान रहे हैं। लेकिन जब कोई व्यक्ति इलेक्ट्रिक वाहन खरीदता है, तो उसके मन में ये सवाल जरूर आता है की “क्या इलेक्ट्रिक वाहन चलाने के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है?”(Does electric vehicle need license in India?) जिसका उत्तर EV के प्रकार, उसकी मोटर की पॉवर, स्पीड और सरकार द्वारा निर्धारित नियमों पर निर्भर करता है। आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

Table of Contents

क्या बिना लाइसेंस के इलेक्ट्रिक वाहन चलाए जा सकते हैं?

A woman inside a car holding a blank driving license card, highlighting the need for an EV license in India.

भारत सरकार ने कुछ इलेक्ट्रिक वाहनों को “नॉन-रजिस्ट्रेबल” कैटेगरी में रखा है। इन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और बीमा की जरूरत नहीं होती। जिसकी शर्तें इस प्रकार है-

बिना लाइसेन्स वाली शर्तें
– EV का मोटर पावर 250W से अधिक ना हो ।
– इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिकतम गति 25 किमी/घंटा से अधिक न हो ।
– इलेक्ट्रिक वाहन में केवल थ्रॉटल सिस्टम न हो और हो भी तो वो पेडल-असिस्टेड के साथ हो ।

उदाहरण:
– इलेक्ट्रिक साइकिलें (E-Bicycles) – Hero Lectro, Toutche Heileo
– लो-स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर्स – Hero Electric Flash, Ampere Magnus

निष्कर्ष: तो अगर आपका इलेक्ट्रिक वाहन इन मानकों के भीतर आता है, तो आपको अपने EV के लिए लाइसेंस की जरूरत नहीं है।

भारत में किन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइसेंस जरूरी है?

Different types of electric vehicles including a car, motorcycle, scooter, e-bike, and e-scooter, highlighting which EVs need a license in India.

अगर EV की स्पीड और पावर ज्यादा है, तो उसे चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है। लाइसेन्स के लिए अनिवार्य शर्तें निम्न है-

लाइसेंस अनिवार्य होने की शर्तें:
✅ अगर इलेक्ट्रिक वाहन का मोटर पावर 250W से अधिक हो।
✅ अगर EV की गति 25 किमी/घंटा से ज्यादा हो।
✅ अगर इलेक्ट्रिक स्कूटर या बाइक थ्रॉटल (Throttle) सिस्टम वाला हो।
✅ अगर आपके EVको आरटीओ (RTO) में रजिस्ट्रेशन और बीमा करवाना आवश्यक हो।

उदाहरण:
Ola S1 Pro – स्पीड 120 किमी/घंटा, मोटर पावर 8500W
Ather 450X – स्पीड 90 किमी/घंटा, मोटर पावर 5400W
TVS iQube – स्पीड 78 किमी/घंटा

निष्कर्ष: ‘does electric vehicle need license in india’. इसका जवाब है कि अगर आपके इलेक्ट्रिक वाहन की स्पीड 25 किमी/घंटा से ज्यादा है, तो इसे चलाने के लिए लाइसेंस जरूरी है।

क्या इलेक्ट्रिक साइकिल के लिए लाइसेंस चाहिए?

Two electric bicycles with headlights on in a dark room, highlighting the need for a license in India for certain EVs.

✅ अगर ई-साइकिल की मोटर 250W से कम और स्पीड 25 किमी/घंटा से कम है, तो ऐसे इलेक्ट्रिक साइकिल के लिए लाइसेंस नहीं चाहिए।
❌ लेकिन अगर साइकिल की स्पीड और पावर इससे ज्यादा है (250W+ और 25 km/h+), तो उसे रजिस्ट्रेबल ई-बाइक माना जाएगा और लाइसेंस जरूरी होगा।

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क्या इलेक्ट्रिक कार के लिए लाइसेंस जरूरी है?

An electric vehicle charging at a public station at night, highlighting EV adoption and licensing requirements in India.

हाँ, सभी इलेक्ट्रिक कारों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है।

सभी इलेक्ट्रिक कारों के लिए नियम:
✅ इलेक्ट्रिक कारों के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अनिवार्य है।
✅ इलेक्ट्रिक कारों का आरटीओ में पंजीकरण (registration) कराना जरूरी है।
✅ इलेक्ट्रिक कारों का बीमा (Insurance) कराना भी आवश्यक है।

उदाहरण:
Tata Nexon EV
MG ZS EV
Hyundai Kona Electric

क्या 16 साल के बच्चे इलेक्ट्रिक स्कूटर चला सकते हैं?

Three colorful electric scooters parked on the street, representing India's evolving EV licensing rules.

भारत में सड़क परिवहन और राज मार्ग मंत्रालय और भारतीय औटोमोबाइल अनुसंधान प्राधिकरण द्वारा निर्धारित मानकों के अनुसार 16 साल से कम उम्र के बच्चों को हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाने की अनुमति नहीं है। लेकिन 25 किमी/घंटा तक की स्पीड और 250 W से कम मोटर पॉवर वाले ई-स्कूटर या ई-साइकिल को चला सकते हैं।

महत्वपूर्ण नियम:
✅ 16 साल से अधिक उम्र के लोग लो-स्पीड वाले EV चला सकते हैं।
❌ लेकिन हाई-स्पीड EV के लिए 16 साल से कम उम्र के लोगों के लिए परमिट नहीं है।

EV के लिए लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और बीमा का महत्व

Electric vehicle insurance documents and policy requirements

‘Does electric vehicle need license in India?’ इसके लिए हमने देखा की हाई स्पीड और हाई मोटर पॉवर वाले EV के लिए लाइसेन्स अनिवार्य है, लेकिन इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) को सुरक्षित और कानूनी रूप से सड़कों पर चलाने के लिए तीन महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है। जो की ड्राइविंग लाइसेंस, वाहन रजिस्ट्रेशन और बीमा है। ये दस्तावेज न केवल वाहन स्वामियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं, बल्कि सड़क पर अन्य लोगों की सुरक्षा और कानूनी नियमों के पालन में भी मदद करते हैं। आइए, उनके महत्व और इनकी आवश्यकता को समझते हैं।

EV के लिए ड्राइविंग लाइसेंस का महत्व

Driver holding a license inside a car – Does an electric vehicle need a license in India?

ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) किसी भी मोटर वाहन को कानूनी रूप से चलाने के लिए आवश्यक दस्तावेज है। इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए भी कुछ श्रेणियों में लाइसेंस अनिवार्य होता है।

क्या भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है और क्यों? (Does electric vehicle need license in India and why?)

  • लाइसेन्स वह प्रमाण है जिससे यह पता चलता है कि चालक को वाहन चलाने की पर्याप्त जानकारी और कौशल है।
  • लाइसेन्स सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक है।
  • बिना लाइसेंस के वाहन चलाने पर कानूनी जुर्माना और दंड लग सकता है।
  • हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक साइकिल, इलेक्ट्रिक स्कूटर और इलेक्ट्रिक कारों के लिए यह अनिवार्य है।

किन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइसेंस जरूरी है?

जिन इलेक्ट्रिक वाहनों की स्पीड 25 किमी/घंटा से अधिक और मोटर पॉवर 250W से अधिक है, उन इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइसेन्स जरूरी है। साथ ही सभी इलेक्ट्रिक कारों ले लिए लाइसेन्स अनिवार्य है। यदि आपका इलेक्ट्रिक वाहन हाई स्पीड वाले वाहनों की श्रेणी मे आता है, तो आपको ड्राइविंग लाइसेन्स बनवाना अनिवार्य है।

EV के लिए रजिस्ट्रेशन (Registration) का महत्व

Hand filling out a registration or license application form – Does an electric vehicle need a license in India?

वाहन का रजिस्ट्रेशन (पंजीकरण) वह दस्तावेज है जो सरकार द्वारा जारी किया जाता है, जो यह दर्शाता है कि आपका वाहन कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त है और सड़क पर चलने के लिए वैध है।

रजिस्ट्रेशन क्यों जरूरी है?

  • यह वाहन की कानूनी मान्यता और स्वामित्व को प्रमाणित करता है।
  • अगर वाहन चोरी हो जाए तो वाहन को ट्रैक करने में मदद करता है।
  • रजिस्ट्रेशन EV को सड़क पर चलाने के लिए वैध करता है।
  • हाई-स्पीड वाले EV को बिना रजिस्ट्रेशन चलाने पर जुर्माना और कानूनी कार्रवाई हो सकती है।
  • साथ ही कुछ राज्यों में रजिस्ट्रेशन पर रोड टैक्स छूट मिलती है।

✅ सभी इलेक्ट्रिक कारों और हाई स्पीड वाले इलेक्ट्रिक साइकिल व इलेक्ट्रिक स्कूटर या बाइक का RTO मे रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है, अन्यथा आपको कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है।

EV के लिए बीमा (Insurance) का महत्व

Motor insurance displayed on a laptop screen – Understanding electric vehicle licensing in India.

दुर्घटना, चोरी, प्राकृतिक आपदा या किसी अन्य क्षति की स्थिति में वाहन का बीमा (Vehicle Insurance) बेहद महत्वपूर्ण है। यह सड़क पर सुरक्षा और गाड़ी के मालिक को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है।

बीमा क्यों जरूरी है?

  • दुर्घटना से सुरक्षा: यदि आपका EV किसी दुर्घटना में शामिल होता है, तो बीमा, उसमे होने वाले खर्च को कवर करता है।
  • चोरी होने पर वित्तीय सुरक्षा: वाहन के चोरी हो जाने पर बीमा कंपनी उसका मुआवजा देती है।
  • प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा: आग, बाढ़, भूकंप, या अन्य प्राकृतिक आपदाओं में वाहन क्षतिग्रस्त होने पर, बीमा राहत प्रदान करता है।
  • थर्ड-पार्टी नुकसान को कवर करता है: अगर आपके वाहन से किसी अन्य व्यक्ति को चोट लगती है या उसकी संपत्ति को नुकसान होता है, तो बीमा कंपनी इसकी भरपाई करती है।

✅ वाहनों का बीमा भारत में कानूनी रूप से अनिवार्य है। अगर आपके पास हाई-स्पीड EV है, तो उसके लिए बीमा लेना आवश्यक है, क्योंकि यह दुर्घटना, चोरी और कानूनी जोखिमों से आपको सुरक्षित रखता है। अन्यथा चालान और दंड लगाया जा सकता है।

किन EV के लिए लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा आवश्यक नहीं है?

A woman riding an electric bicycle on the street, wearing a helmet and backpack.

अगर आपका इलेक्ट्रिक वाहन 250W से कम और 25 किमी/घंटा से कम स्पीड वाला है तो इसमे लाइसेन्स, रजिस्ट्रेशन और बीमा की आवश्यकता नहीं होती है। अगर आप भी EV खरीदने की सोच रहे हैं, इस सभी नियमों और आवश्यकताओं को ध्यान मे रखे क्योंकि इससे आप न सिर्फ कानूनी रूप से सुरक्षित रहेंगे, बल्कि अपने EV का पूरा लाभ भी उठा पाएंगे।

EV और सरकारी सब्सिडी

A person holding a green toy car with coins and a laptop in the background, symbolizing vehicle costs and licensing.

आपको लग सकता है कि इलेक्ट्रिक वाहन (EV) खरीदना, पारंपरिक पेट्रोल या डीजल वाहन (ICE) के मुकाबले महंगा है, लेकिन ऐसा नहीं है, इसकी केवल शुरुआती लागत अधिक होती है। खरीदने के बाद इसके पूरे जीवनकाल में इलेक्ट्रिक वाहनों का कुल खर्च बहुत कम होता है। सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने और इसे किफायती बनाने के लिए विभिन्न प्रकार की वित्तीय सहायता प्रदान कर रही है। भारत सरकार द्वारा FAME-II स्कीम के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी दिया जा रहा है, जो हाई स्पीड इलेक्ट्रिक व्हीकल की श्रेणी मे आते हैं। जो की ये हैं-

वित्तीय प्रोत्साहन और छूट के तरीके:

1. खरीद प्रोत्साहन (Purchase Incentives)
– इसमे इलेक्ट्रिक वाहनों पर सीधी छूट (Direct Discount) दी जाती है, जिससे EV की कीमत कम हो जाती है।

2. कूपन (Coupons)
– सरकार के द्वारा वित्तीय सहायता दी जाती है, जिसे बाद में रिफंड (Reimbursement) किया जा सकता है।

3. ब्याज दर में छूट (Interest Subventions)
– EV खरीदने के लिए लोन लेने पर उसकी ब्याज दर में छूट दी जाती है, जिससे लोन सस्ता हो जाता है।

4. रोड टैक्स माफी (Road Tax Exemption)
– EV खरीदते समय रोड टैक्स पूरी तरह माफ किया जाता है।

5. रजिस्ट्रेशन शुल्क में छूट (Registration Fee Exemption)
– नए वाहन की खरीद पर लगने वाला एकमुश्त रजिस्ट्रेशन शुल्क माफ कर दिया जाता है।

6. आयकर लाभ (Income Tax Benefit)
– EV खरीदने पर टैक्स छूट भी मिलती है, जिससे आयकर (Income Tax) में कटौती का लाभ मिलता है।

7. स्क्रैपिंग प्रोत्साहन (Scrapping Incentives)
– पुरानी पेट्रोल/डीजल गाड़ी को स्क्रैप करने पर विशेष छूट और अनुदान दिया जाता है।

8. अन्य प्रोत्साहन (Other Incentives)
– ब्याज-मुक्त लोन, अतिरिक्त सब्सिडी, विशेष छूट जैसे लाभ तीन पहिया और वाणिज्यिक EVs के लिए भी उपलब्ध होते हैं।

A red toy car, stacked coins, and a miniature figure representing the cost and licensing of electric vehicles in India.

इलेक्ट्रिक वाहनों पर मिलने वाले अनुमानित प्रोत्साहन (Incentives) की जानकारी

वाहन का प्रकारप्रति kWh प्रोत्साहन राशिबैटरी क्षमता (औसत)अधिकतम प्रोत्साहन (वाहन लागत का 40% तक)
दो पहिया वाहन (Two-wheelers)₹15,000 प्रति kWh2 kWh₹30,000
तीन पहिया वाहन (Three-wheelers)₹10,000 प्रति kWh5 kWh₹50,000
चार पहिया वाहन (Four-wheelers)₹10,000 प्रति kWh15 kWh₹1,50,000
इलेक्ट्रिक बस (E-Buses)₹20,000 प्रति kWh250 kWh₹50,00,000

ऊपर दी गई जानकारी अनुमानित है। सटीक जानकारी राज्य सरकार या केंद्र सरकार की नीति पर निर्भर करेगी और राज्यों द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी और लाभ समय के साथ बदल सकते हैं।अतः EV खरीदने से पहले अपने राज्य की सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी और पॉलिसी की नवीनतम और सटीक जानकारी आधिकारिक वेबसाइट या स्थानीय परिवहन विभाग से जानकारी जरूर लें।    

यहाँ देखें – भारत मे EV सब्सिडी

निष्कर्ष

A driving instructor guiding a learner during a driving test with an "L" sign on the dashboard.

क्या भारत में इलेक्ट्रिक वाहन के लिए लाइसेंस की जरूरत होती है?(Does electric vehicle need license in India?)

✔ अगर EV की मोटर पावर 250W से कम और स्पीड 25 किमी/घंटा से कम है, तो लाइसेंस की जरूरत नहीं होगी।
❌ लेकिन अगर स्पीड और मोटर पॉवर ज्यादा है, तो इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए लाइसेंस अनिवार्य है।

महत्वपूर्ण बातें:
✅ कुछ इलेक्ट्रिक साइकिल के लिए लाइसेंस नहीं चाहिए है।
✅ इलेक्ट्रिक कार और हाई-स्पीड स्कूटर के लिए लाइसेंस अनिवार्य है।
✅ साथ ही EV का RTO मे रजिस्ट्रेशन और बीमा कराना अनिवार्य हो सकता है।

FAQ

कौन सा इलेक्ट्रिक वाहन बिना लाइसेंस के चलाया जा सकता है? (Which EV does not require license?)

भारत में, लो-स्पीड इलेक्ट्रिक वाहन (LSEV) जैसे Hero Electric, Ampere, Okinawa, Kinetic Green के कुछ मॉडेल्स मे, जिनकी अधिकतम स्पीड 25 किमी/घंटा और मोटर पावर 250 वॉट या उससे कम होती है, उन्हे बिना लाइसेन्स या रजिस्ट्रेशन के चला सकते हैं।

क्या 14 साल का बच्चा भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर चला सकता है? (Can a 14 year old drive an electric scooter in India?)

नहीं, भारत में 14 साल का बच्चा कानूनी रूप से इलेक्ट्रिक स्कूटर नहीं चला सकता, क्योंकि 14 साल के बच्चे के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाना कानूनन मान्य नहीं है। किसी भी मोटर चालित वाहन को चलाने के लिए न्यूनतम उम्र 16 साल तय की गई है। मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, 18 साल से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक सड़क पर मोटर वाहन नहीं चला सकता। लेकिन 16 साल की उम्र के बाद लो-स्पीड ई-स्कूटर चला सकते हैं। हाई-स्पीड स्कूटर के लिए 18 साल और लाइसेंस जरूरी है।

क्या इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाते समय हेलमेट पहनना जरूरी है? (Is a helmet compulsory for an electric scooter?)

हाँ, भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर चलाते समय हेलमेट पहनना अनिवार्य है। मोटर वाहन अधिनियम के तहत सभी मोटर चालित दोपहिया वाहनों, जिनमें इलेक्ट्रिक स्कूटर भी शामिल हैं, के लिए हेलमेट पहनना जरूरी है। दुर्घटना की स्थिति में हेलमेट सिर की चोटों से बचाव करता है, इसलिए मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार, सभी दोपहिया वाहनों के चालकों और पीछे बैठने वालों को हेलमेट पहनना जरूरी है, ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। भारत के ज्यादातर हिस्सों में यह नियम सख्ती से लागू किया जाता है और हेलमेट न पहनने पर ट्रैफिक पुलिस चालान काट सकती है। आपका इलेक्ट्रिक स्कूटर कम स्पीड वाला हो या हाई-स्पीड वाला, यह नियम सभी ई-स्कूटरों पर लागू होता है, ताकि चालक की सुरक्षा बनी रहे।

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